तमिलनाडु तिरुपुर से मीना कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि काम के लिए प्रवासी मजदुर अपने साथ छोटे बच्चों को भी लेकर जाते हैं। जिनकी देख-रेख करने के लिए कोई नहीं होता है। इसलिए श्रमिकों को ऐसे कम्पनी में काम ढूँढना चाहिए जिसमें काम के साथ साथ बच्चों की भी देख भाल हो सके