साझा मंच के माध्यम से रेशमा ने एक मजदुर साथी से बात कि इस बातचीत में मजदुर ने बताया की लॉक डाउन के समय राशन मिला था। कुछ दिन ने बाद शहर वापस आ गए ताकि मजदूरों को काम मिल सके