सिडको से अरुण और इनके साथ एक मजदुर साथी हैं वे साझा मंच के माध्यम से बताते हैं कि तिरुपुर में रह कर सिलाई का काम करते हैं और मजदूरी के रूप में सप्ताह में तीन हजार रूपए मिलता है जिससे परिवार का भरण पोषण कर पाते हैं