झारखंड राज्य के गढ़वा ज़िला से उज्वल विश्वकर्मा ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जिले में एकलाख किसान 50 फीसदी किसानों ने मजबूरी में 1200 क्विंटल में ही धान बेच दिया।