उत्तरप्रदेश राज्य के बदायूं ज़िला से अरुण,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि एक तरफ किसानों को अन्नदाता कहा जाता है वही दूसरी ओर किसान आंदोलन कर रहे है। अगर किसानों का क़ानून किसानों के अनुसार सही नहीं है ,तो सरकार को इस पर विचार करना चाहिए