तिरुपुर से हमारी एक श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि सरकार बच्चों के भविष्य के बारे में नहीं सोच रही है। सरकार ने शराब की दुकान खोल दी लेकिन स्कूल कॉलेज नहीं खोल रही है। ऐसे में बच्चों का भविष्य कैसे बनेगा