छतरपुर, माध्य प्रदेश से एक श्रोता बता रहे हैं कि इनके गाँव में राशन-वितरण नहीं होता, सिर्फ़ एक बार राशन दिया गया था, उसके बाद नहीं दिया गया। ग्रामीणों की ग़रीबी के कारण उनके अधिकारों को दबा दिया जाता है।