झारखंड में पान मसाला की बिक्री और उपयोग को 1 साल के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है। यह जानकारी मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी ने देते हुए बताया कि टेस्ट में 11 प्रमुख ब्रांड के पान मसालों में प्रतिबंधित मैग्नीशियम कार्बोनेट पाए जाने के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है। इससे पूर्व लॉक डाउन के दौरान पिछले महीने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए भी झारखंड में पान मसाला और तंबाकू उत्पादों की बिक्री और उपयोग पर रोक लगाई गई थी।राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आहूत उच्च स्तरीय बैठक में दिए गए निर्देश के आलोक में राज्य के खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने राज्य के 11 ब्रांड के पान मसाला रजनीगंधा, पान पराग, राज निवास, मुसाफिर,मधु,बहार, पान पराग प्रीमियम पर प्रतिबंध लगा दिया है। विभिन्न जिलों से प्राप्त 41 पान मसाला के नमूनों की जांच में हानिकारक मैग्नीशियम कार्बोनेट के कारण लगाई गई है। उल्लेखनीय है कि मैग्नेशियम कार्बोनेट एक ऐसा हानिकारक पदार्थ है जिसके सेवन से हृदय की बीमारी सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर भी हो सकते हैं। इसके अत्यधिक उपयोग से किडनी फेल्युर भी हो सकता है। पान मसाला के लिए फूड सेफ्टी एक्ट 2006 में दिए गए मानक के मुताबिक मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलाया जाना प्रतिबंधित है। अतः जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह प्रतिबंध फिलहाल 1 वर्ष के लिए लगाया गया है।