ये सचिन पात्रा, तिरपुर, सिडको, तमिलनाडु से बता रहे हैं कि लॉक डाउन में तमिलनाडु सरकार की मदद सिर्फ़ परिवार वालों को ही मिली थी, और चूँकि ये बैचलर हैं, इसलिए इन्हें कोई मदद नहीं मिलने से इन्हें खाने-पीने की परेशानी है। ये साझा मंच मोबाईल वाणी से राशन की मदद माँग रहे हैं।