तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला से मीना कुमारी ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि एक तमिल श्रमिक से बात करने पर पता चला कि उनकी कंपनी द्वारा बैठक की गई और कंपनी प्रबंधक द्वारा कही गई कि वो केवल तीन महीनें तक ही अपने श्रमिकों को आर्थिक सहायता प्रदान कर सकते है। इसके बाद अगर स्थिति में सुधार नहीं होता है तो कंपनी बंद भी हो सकता है। इस कारण श्रमिकों को अपने घर लौट जानें या दूसरी कंपनी में काम करने की आवश्यकता पड़ सकती है। अभी कंपनी में कार्य ठप पड़ चुका है। कंपनियाँ भी इस कारण काफ़ी चिंतित है।