तिरुपुर से मीणा कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि तिरुपुर में हिन्दीवासियों को आधार कार्ड बनवाने में कई तरह की परेशानी हो रही है। यदि किसी व्यक्ति के पास वोटर आईडी या जन्म प्रमाण पत्र है तब भी उस व्यक्ति का आधार कार्ड नहीं बन पाता है। जब भी कोई मजदुर भाई कार्ड बनवाने जाते हैं तो उनसे लोकल पता माँगा जाता है। जो की मजदुर भाई के पास उपलब्ध नहीं रहता है। जिस वजह से मजदुर अपना बैंक में खाता खुलवाने से वंचित रह जाते हैं। और कम्पनी वाले कहते हैं कि खाता खुलवाओ तभी वेतन दिया जाएगा। अतः आधार बनवाने के लिए मजदूरों को क्या करना चाहिए
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मीना कुमारी ने एक सवाल पूछा है। उत्तर भारतीय श्रमिकों के लिए यहां आधार कार्ड प्राप्त करना एक बड़ा मुद्दा बन गया है। मुख्य रूप से, बैंक खाता खोलने के लिए वे आधार कार्ड मांग रहे हैं। लेकिन वे यहां पहुंचने में असमर्थ हैं। क्योंकि वे लोकल आईडी प्रूफ मांग रहे हैं। मेरी सलाह है कि अपने मूल से आने के दौरान, Adhar कार्ड प्राप्त करना बेहतर है। यदि आपको इसे यहां से प्राप्त करना है, तो अपने घर के मालिक से एक पत्र प्राप्त करें, यह बताते हुए कि यह आपका नाम और उम्र है। आप इन कई वर्षों से यहां रह रहे हैं और अपने पिता के नाम और उस कंपनी के नाम का उल्लेख करते हैं जहाँ आप काम करते हैं। यदि आप VO को यह प्रमाण देते हैं तो वह आपको आवासीय प्रमाण देगा। उसी की मदद से आप Adhar card प्राप्त कर सकते हैं। दूसरा तरीका यह है, यदि आपके पास पहले से ही अपने मूल निवासी का आधार कार्ड है, तो आप बैंक खाते के लिए स्थानीय प्रमाण तैयार कर सकते हैं। अपनी कंपनी से आईडी प्रूफ लें या बोनफाइड सर्टिफिकेट लें। इसे बैंक में दें और खाता खोलें।
Dec. 28, 2019, 1:12 p.m. | Tags: int-PAJ