दिल्ली एन.सी.आर के उद्योग विहार से नन्द किशोर ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उद्योग विहार से लेकर मानेसर में कई ऐसी एक्सपोर्ट गारमेंट हाउस की कम्पनियाँ हैं जो भारी मात्रा में रोज़गार प्रदान करती थी । बड़ी संख्या मज़दूर यहाँ कार्य करते थे।लेकिन अब देखा जा रहा हैं कि बड़े उद्योग से लेकर छोटे उद्योग में श्रमिकों की छटनी की जा रही हैं। श्रमिकों के हालात चिंताजनक हैं।कई मज़दूर रोज़गार की तलाश में भटक रहे हैं।कई ऐसी भी कंपनी हैं जिसमें ताले लग चुके हैं। जहाँ हज़ारों की संख्या में कार्य होते थे वहाँ अब केवल कुछ ही श्रमिक रह गए हैं। कुछ श्रमिक कहते हैं कि वो कई वर्षों से कंपनी में कार्य करते आ रहे हैं। जो श्रमिक छोटे यूनिट में कार्य करते थे वो लोगों की भी हालात बेहद ख़राब हैं।उन श्रमिकों को पीस रेट पर भी काम मिलना मुश्किल हो गया हैं।बेरोज़गारी के कारण अब श्रमिक अपने स्थानीय क्षेत्र पर लौटने को मज़बूर हो गए हैं।