झारखण्ड के जिला बोकारो से जे.एम.रंगीला जी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि अविभाजित बिहार में हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन के अधीन बोकारो जिला के गोमिया प्रखण्ड में पन बिजली परियोजना स्थापित किया गया था। जिसमे बतौर सुरक्षा प्रहरी महेश राम, सतीश कुमार प्रजापति, घनश्याम ठाकुर, गुलचंद राम, गुलाबचंद्र राम, मनोज ठाकुर,महाबीर राम, विक्रम राम आदि आठ लोग कार्य कर रहे थे। जिनका विगत उन्नीस माह का वेतन बकाया है। सुरक्षा प्रहरियों ने झारखण्ड जेनरल मजदुर यूनियन के ललपनिया शाखा के सचिव सुरेंद्र प्रसाद यादव को लिखित शिकायत देकर वेतन भुकतान कराने की गुहार लगाई है। विगत एक वर्ष से झारखण्ड जेनरल मजदुर यूनियन के सचिव ने कई स्त्रो में इस मामले को उठाया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है। झारखंड विभाजन को कई वर्ष गुजर चुके है लेकिन किसी भी सरकार ने करोड़ो रूपये की लागत से बनी इस परियोजना पर ध्यान नहीं दिया। "सबका साथ सबका विकास" का नारा देने वाली सरकार बड़े-बड़े घरानों को खुश करने में लगी है।लेकिन इन मजदूरों के लिए सरकार के पास वक्त नहीं है। वहीं बिहार और झारखण्ड के मालिकाना हक़ का निर्णय नहीं होने के कारण विद्युत उत्पादन गृह मरणासन्न अवस्था में पहुँच चुकी है।