उत्तर प्रदेश के ग्र्रेटर नॉएडा से देशराज जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ये पिछले 2 साल पहले एक कंपनी में काम करते थे और उस कंपनी ने उन्हें यह कहते हुए नौकरी से निकाल दिया कि हम अपनी कंपनी को बंद कर रहे है और आपको दूसरी कंपनी में शिफ्ट कर रहे है,जो हमलोग नया खोल रहे है । और साथ ही उनसे कुछ अनजाने से महत्वपूर्ण कागज़ो पर इनसे हस्ताक्षर भी करवा लिए।लेकिन 2 3 महीने बाद इन्हे और इनके साथ के मज़दूरों को पता लगा कि इनके कंपनी ने धोखे से नौकरी से इस्तीफे वाले पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए।इसके बाद उन्होंने दूसरी कंपनी में नौकरी शुरू की और यहाँ भी इन्हे पिछले 5 महीने से महीने की तनख़्वाह नहीं मिली है। साथ ही कंपनी द्वारा इनका पीएफ भी नहीं काटा जाता है