दिल्ली एनसीआर के नोयडा कासना से हमारे संवाददाता रफ़ी ने साझा मंच के माध्यम से नोयडा कासना के निवासी कुलदीप जी से बातचीत की। कुलदीप जी ने बताया कि वे जनवरी से मार्च तक ठेकेदारी के माध्यम से एक कम्पनी में काम करते थे। जहाँ वह सिरिंच पैकिंग का काम करते थे। लेकिन अब कम्पनी वेतन देने से मना कर रही है। कार्य करते दौरान कोई भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया था केवल एक कार्ड मिला था , वो भी हाज़री वाला । हाजरी वाला कार्ड काम करने के बाद घर जाने के वक़्त ले लिया जाता था।कम्पनी के द्वारा प्रति माह एक हजार रूपए पीएफ के लिए काटा जाता था लेकिन उसका भी कोई नंबर नहीं मिला। पीएफ सम्बंधित बात करने पर कंपनी द्वारा कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया जाता है । यहाँ तक कि वेतन भी प्रत्येक माह नहीं दिया जाता था। और महीने की सैलेरी खाते में ना देकर हाथ में दिया जाता है