सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे लाखों युवा इसके लिए रोजाना अलग-अलग वेबसाइट्स और अखबारों को खंगालते हैं. कई बार उन्हें काम की जानकारी मिलती है, जिससे वो वेकेंसी के लिए आवेदन करते हैं. हालांकि कई बार सोशल मीडिया या फिर किसी फर्जी वेबसाइट के चक्कर मे फंस जाते हैं.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

डिजिटलाइजेशन के इस दौर में लोगों के मोबाइल पर कई तरह की खबरें या दावे वायरल होते ही रहते हैं। इसमें कई सच्चे होते हैं वहीं कई भ्रामक होते हैं। ऐसे में यूजर्स के सामने यह मुश्किल खड़ी हो जाती है कि वह किस को सही माने और किसे गलत। इन दिनों ऐसा ही एक दावा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

वर्तमान में सोशल मिडिया का इस्तेमाल  भ्रामक खबरें फ़ैलाने के लिए धड़ल्ले से किया जा रहा है। ऐसी ही एक खबर इन दिनों व्हाट्सएप और फेसबुक पर बहुत तेजी से सुर्खियाँ बटोर रही है। खबर में बताया जा रहा है कि भारत सरकार प्रधानमंत्री मुफ्त लैपटॉप योजना 2023 के तहत युवाओं को मुफ्त लैपटॉप दे रही है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सअप हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। व्हाट्सएप पर इन दिनों कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है। लोगों को व्हाट्सएप पर एक अज्ञात अंतरराष्ट्रीय नंबर से एक ऑडियो क्लिप के साथ संदेश मिल रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि उनके मोबाइल फोन को 25 लाख रुपये के केबीसी लॉटरी पुरस्कार के लिए चुना गया है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

अगर आपका अकाउंट एसबीआई में है और आपको अकाउंट टेम्पररी लॉक होने के मैसेज आ रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि कई एसबीआई ग्राहकों को एक संदेश मिला है जिसमें दावा किया गया है कि संदिग्ध गतिविधि के कारण ग्राहकों के खाते अस्थायी रूप से बंद कर दिए जाएंगे।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

कर्मचारी चयन आयोग की ओर से सीजीएल (टी-1) परीक्षा 2022 का रिजल्‍ट नौ फरवरी 2023 को घोषित कर दिया गया। शॉर्टलिस्ट किए गए अभ्यर्थी अगले चरण की परीक्षा के लिए पात्र हैं, जो 27 अप्रैल से 4 मई 2023 के बीच हुई। सोशल मीडिया पर इस तरह दावा किया जा रहा है, मगर यह झूठा है। पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर हैंडल से यह जानकारी शेयर करते लिखा कि सीजीएल परीक्षा 2022 के परिणाम के दावा वाले यह वायरल दस्‍तावेज फेक है। एसएससी ने इस तरह का कोई परिणाम जारी नहीं किया है। पीआईबी फैक्‍ट चेक ट्विटर हैंडल पर परीक्षा परिणाम संबंधी अधिकृत लिंक भी शेयर किया गया है। लिंक में जानकारी दी गई है कि सीजीएल परीक्षा 2022 के टियर-1 का परिणाम नौ फरवरी को घोषित कर दिया गया। इसके बाद टियर- II कंप्यूटर परीक्षा दो मार्च से सात मार्च के बीच हुई।साथियों अगर आपके पास भी ऐसा कोई भ्रामक ख़बर आता है,तो उसके बारे में जनता को जागरूक करें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फ़ोन में अभी दबाए नंबर 3 .

आए दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ ना कुछ ऐसी खबरें वायरल होती है, जो लोगों के अंदर भ्रम पैदा करती है। अब ऐसी ही एक न्यूज तेजी से फैल रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि देश में 10 दिन के लिए सब कुछ बंद होने वाला है।आज के दौर में कोई भी सोशल मीडिया पर सामने आने वाली किसी भी न्यूज़ या फिर वायरल वीडियो पर भरोसा कर लिया जाता है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

परीक्षा दे चुके करीब 38 लाख छात्र-छात्राएं बेसब्री से नतीजों के जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर रिजल्ट संबंधी फेक न्यूज प्रसारित की जा रही है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

सरकारी नौकरी के लिए अप्लाई करने वाले उम्मीदवारों को एक नियुक्ति पत्र यानी अपॉइंटमेंट लेटर मिल रहा है. भारत सरकार के नाम से भेजे जा रहे इस अपॉइंटमेंट लेटर में उम्मीदवार को आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत ग्राहक सेवा प्रतिनिधि के पद पर नियुक्त करने का दावा किया जा रहा है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

सोशल मीडिया पर जहाँ कई जरुरी जानकारियां मिलती है वहीं भ्रामक खबरों की भी भरमार रहती है। ऐसा ही एक खबर इन दिनों काफी वायरल हो रहा है। यूट्यूब चैनल के एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार जिनके परिवार में बेटियां हैं उन्हें 'कन्या सुमंगला योजना' के तहत हर महीने ₹4,500 रुपये दे रही है। ऐसे में इसका लाभ पाने के लिए आज ही आवेदन करें। यह दावा  सरकारी व्लॉग [Sarkari Vlog ] नामक यूट्यूब चैनल के एक वीडियो में किया गया है।  वायरल इस खबर की सच्चाई जब पीआईबी की तरफ से जांची और परखी गई तो पाया गया कि यह खबर फेक हैं एवं सच्चाई से इस खबर का कोई वास्ता नही है। जिसके बाद पीआईबी ने ट्वीट कर के कहा गया कि सरकार की तरफ से इस तरह की कोई योजना नहीं है। ऐसे में इस तरह की खबरों पर भरोसा ना करें। साथियों अगर आपके पास भी ऐसा कोई भ्रामक ख़बर आता है,तो उसके बारे में जनता को जागरूक करें. अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.