Mantu from Bokaro called up to share his growing discontent over the strike of Para-Teachers in Jharkhand. He further complained about the children sitting idle and not being able to continue their education.
चन्द्रिका प्रसाद,बोकारो से उनका कहना है की झारखण्ड में चल रहे जितने भी सरकारी स्कूल है उनमे कार्य कर रहे पारा शिक्षक स्थाई करम तथा मानदेय बिल को लेकर हड़ताल पर है जिससे झारखण्ड वासियो के बच्चो के पठन-पाठन बाधित हो गयी है और चल रहे मिड डे मिल की जो वयवस्था है वो भी ख़राब है जिससे पुरे झारखण्ड की पठन-पाठन की स्थिति इतनी ख़राब हो गई है की जिस पर झारखण्ड सरकार कोई पहल नहीं कर रही है.और इसके माध्यम से विधायको से अपील है की पारा शिक्षको का जो मुद्दा है इसपर विचार करते हुए सभी पारा शिक्षको का सम्मानजनक मानदेय देते हुए स्थाईकरण करते हुए उनको वापस लाने का काम करे ताकि बच्चो का भविष्य सुधर सके.
सादर प्रसाद महतो,जिला-बोकारो से इनका कहना है की सरकारी संस्था जो चल रही है उसके कारन बच्चे पढ़ाई के कारण अस्त वयस्थ हो रहे है और शिक्षक की कमी के कारण बच्चो का भविष्य अंधकार में डूबा जा रहा है और सरकार से आग्रह कर रहे है की सभी सरकारी स्कूल में शिक्षक की बहाली की जाए और पारा शिक्षको की हड़ताल को तोडा जाए.
मोहमद इंसान अंसारी,बोकारो से ये पारा शिक्षक है और इनका कहना है की माननीय मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा,उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,शिक्षा मंत्री श्री बैजनाथ राम को शिक्षक शुभ पर आग्रह करते है की ये लोग भी गुरु से शिक्षा प्राप्त करके ऊची मंजिल पाए है.आप सबो का भी तर्क होना चाहये की पारा शिक्षको का भी सम्मान करते हुए शिक्षक मौके पर पारा शिक्षको की माँग को मानते हुए घोषणा करे क्योकि पारा शिक्षको की वजह से ही ग्रामीण बच्चो का भविष्य शिक्षा से जगमगाएगा।
पारा शिक्षक संघ की और से सुमन्तोष कुमार बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है कि जितने भी प्रदर्शनकारी है उन्हें गोला में रोक दिया गया,पुलिस ने लाठीचार्ज किया अंत में पारा शिक्षक की बात मान ली गयी और उन्हें रांची जाने के लिए छोड़ दिया गया अत: सरकार पारा शिक्षको से डर रही है और उन्हें रास्ते पर ही रोकना चाहती है.
रथुराम महतो बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की जबतक पारा शिक्षकों को उनका हक नहीं मिलता वे अपनी हड़ताल को जारी रखेंगे।
Ashwini Kumar, Para Teacher from Bokaro district called up to share his opinion on the stand taken by the Education Minister of Jharkhand to render the protest of Para-Teachers as illegal and hire new people on their posts. He challenges him and says that all the people are supporting their protest and if he is able to find out people who wish to join as Para Teachers, he would happily give up his post. He challenges the Minister to find one such person.
जिला बोकारो,से लाल गौर महतो ने झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की बच्चे के विकास से ही देश का विकास है और बच्चो के विकास का जड़ शिक्षा है लेकिन पारा शिक्षको द्वारा अपनी मांगो को लेकर हड़ताल पर चले जाने से बच्चो का भविष्य अंधकारमय हो गया है। 2,4 विद्यालयो को छोड़ कर सारे प्राथमिक और मध्य विद्यालय में ताला लग गया है ऐसे में बच्चो का भविष्य का और हमारे देश का क्या होगा?इसलिए सरकार को पारा शिक्षको की मांगो को जायज करार देते हुए उनकी मांगो को पूरा करे ताकि बच्चो की पढ़ाई शुरू हो सके।
संजय कुमार महतो बोकारो जिला से कहते है की 28 तारीख से ये सब लोग हड़ताल पर उतर गए है इन्होने कहा की एक महीना पहले इन लोगो ने आंदोलन चलाया सरकार ने इन लोगो को सिर्फ आश्वाशन दिया और इन लोगो की माँग को दरकिनार कर दिया।इसलिए ये लोग इस बार हड़ताल करेंगे और माँग करेंगे की पारा शिक्षक 7 वर्ष तक काम करेंगे और मानदेय कम से कम 15हजार तक मिले सरकार इनको मांगो को पूरा करेगी तब ये लोग हड़ताल वापस लेंगे।
जिला बोकारो के जबार अंसारी जी मनीष जैसवाल पारा शिक्षक संघ के प्रवक्ता कसमार बोकारो से मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि आज सभी पारा शिक्षक हड़ताल पर बैठे हुए हैं यह हड़ताल सिर्फ एक दिन के समस्या के लिए नहीं है पिछले कई सालो से झारखण्ड सरकार पारा शिक्षको को ठगते आ रही है,पारा शिक्षको का कहना है की सरकार उनकी जायज मांगो को पूरा नहीं कर रही है।