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जिला पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड से मदन मोहन बेहरा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि चाकुलिया में बड़ा घाट का मेला का आयोजन किया गया है।सुबह से ही लोगो का भीड़ उमड़ रहा है।

जिला पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड से मदन मोहन बेहरा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि चाकुलिया में बड़ा घाट का मेला का आयोजन किया गया है।सुबह से ही लोगो का भीड़ उमड़ रहा है।

पूर्वीसिंहभूम:मदन मोहन बेसरा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी को बतया की चाकुलिया प्रखंड में पहाड़ी पूजा किया जा रहा है जिसके तहत यहां पे एक मेले आयोजन भी किया जाता है

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जिला पूर्वी सिहभूम से काजल दास झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं की उन्होंने पुरुसो के साथ घरेलु हिंसा पर मीटिंग किया जिसमे रविंदर नाथ महतो ने बताते है की इस प्रशिक्षण में घरेलु हिंसा के विषय में जानने को बहुत कुछ मिला है पहले महिला हिंसा के विषय में पता नहीं था, हिंसा महिला और पुरुष दोनों के साथ हो रहा है इसके लिए एक कानून होना चाहिए। और जोरियल महतो बताते है कि हिंसा नशा से होता है,इसी के कारण घर में लड़ाई झगड़े हो रहे हैं।

जिला पूर्वी सिहभूम से काजल दास झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि बड़े बुजुर्गो के साथ भी हिंसा हो रहा है,बड़े बुजुर्ग को उनके परिवार से मिलने नहीं दिया जाता,वो कहती हैं की महिलाओ को घरेलु हिंसा के ट्रेनिंग में आना चाहिए,ताकि महिला के ऊपर जो हिंसा हो रहा है उसे वो सुरक्षा कर्मी को बोल सके।

पुर्विसिंघभुम:चाकुलिया से काजल दास जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के द्वारा बताते है की घरेलु हिंसा जमीनी स्टार पर किस तरह से होती है,इसके लिए उन्होंने गाँव गाँव में जा कर एक-एक अभियान चला के महिलाओ को जागरूक किया है और साथ में उन लोगो का राय भी लिया है।इससे पता चला की घरेलु हिंसा घर के अन्दर ही होता है जो लोग देखकर अनदेखा कर देते है,घरेलु हिंसा सास,बहु और बेटी के अन्दर ही देखा जाता है महिला हिंसा।

जिला पूर्वी सिहभूम से काजल दास झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि उन्होंने घरेलु हिंसा मुददा पर काम किया तो देखा की महिला घरेलु हिंसा के बारे में जानती तक नहीं थी,जब गाँव गाँव जा कर उन्होंने अभियान और ट्रेनिंग किया तब उन्होंने देखा की जो महिला हिंसा घर में होता है उसके विषय में महिला बोलने लगी महिलाए चाहती हैं की कानून बने,उस गाँव की मुखिया परोमानी ने महिला हिंसा पर काम किया और बताया की उनके गाँव में प्रखंड स्तर पर महिला पंचायत होना चाहिए तभी जा कर महिला जागरूक होंगी।