हजारीबाग: दीपक कुमार सिंह कहते हैं की आज झारखण्ड में जो पानी की समस्या उत्पन्न होती है उसके लिए कही न कहीं हम खुद जिम्मेदार हैं। लोग बरसात के पानी को सहेज कर नही रखते हैं बेवजह पानी को बर्बाद किया जाता है। और खास कर गर्मी के दिनों में पानी की समस्या उत्पन्न हो जाती है। वे कहते हैं यहाँ पर लोगो के द्वारा पानी के प्रयोग कुआ, तालाबों और नदियों से किया जाता है। लेकिन आज स्थिति यह है की नदी तालाब में लोगो द्वारा इतनी गन्दगी फैलाई जाती है जिससे पानी पूरी तरह से दूषित हो जाता है इसका जीता जगता उदहारण है दामोदर नदी जिसमे कल कारखानों से इतने सारे कचड़े बहाया जाता है जिससे प्रदुषण बढ़ रहा है।