चतरा: राजू कुमार ने सिमरिया,चतरा से झारखण्ड मोबाइल वाणी को बताया कि कसारी पंचायत स्थित वैरुनी तालाब का पानी भीढ़ काटकर बहा दिया गया.इस तालाब में मछली पालन हेतू मछली डाले गए थे इस तालाब को गाँव के ही अशोक तुरी ५ वर्ष के लिए लीज पर लिया था.पानी बहाने का कारन है भूमि संरक्षण विभाग द्वारा तालाब का गहरीकरण करने की योजना थी जिसका कार्य मार्च में शुरू होने थी. ज्ञात हो कि इस तरह के मामले पहले भी सामने आये हैं जिसमे कसारी पंचायत के बड़का आहर तालाब में बिचौलियों के द्वारा मात्र ७ दिन काम कराया और तालाब में पानी भर जाने के कारन काम रोकना पड़ा और अभी तक फिर कार्य नही पाई. इतना ही बिना काम किये ही पैसो की निकासी कर ली गई.उन्होंरे बताया कि यह दोनों तालाब अति प्राचीन काल के हैं और ये तालाबे इतिहास के प्रमाण के तरह मन जाता है.इन तालाबों से आस पास के लोग सिचाई एवं अन्य कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है.