चतरा: राजू कुमार ने चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड से झारखण्ड मोबाइल रेडिओ को बताया कि सिमरिया प्रखंड में भूमि एवं संरक्षण विभाग राष्ट्रीय जलछाजन परियोजना के तहत 10 नालों का निर्माण कार्य वर्ष 2007 में शुरू हुआ और वर्ष 2012 में पूरा हुआ। यहाँ पर नालों का निर्माण विकास कार्यों को बढ़ावा देने हेतु किया गया है। ज्ञात हो कि इस कार्य के लिए प्रत्येक नाला का लागत 50-50 हज़ार रुपये आया है। इन नालों का निर्माण जल जमाव हेतु किया गया लेकिन दुःख की बात तो यह है कि नालो में खास करके हुंकार खाद नाला चेक डेम की बात करे तो बरसात के पानी भी नही टिकता हैं। इतना ही नही विभाग द्वारा लोगो को सुवर और बकरी पालने हेतू दिया गया लेकिन वह भी मरने लगा।