मौसम की बेरुखी के कारण 70% धान के बिछड़े झुलसे इस वर्ष कृषि संकट में इस वर्ष मानसून की दगाबाजी एवं मौसम की बेरुखी के कारण सावन माह के प्रवेश होने के बावजूद भी खेती की शुरुआत नहीं हुई है वही कड़ी धूप होने के कारण धान एवं मकई झुलस गए हैं जिसके कारण कृषि में संकट के बादल छाए हुए हैं किसान परेशान है पानी की आस में किसानबिछावन छोड़ते हैं की काश आज पानी की बौछार हो जाए, लेकिन सूरज भी उसी तापमान के साथ अपना रंग दिखाते हैं जिस समय वह मई-जून में दिखाते हैं अब इससे अंदाजा लगा सकते हैं किसान करे तो क्या करें इस समय खेतों में हरियाली होती थी लेकिन फिलहाल बंजर दिखाई दे रही हैं