जिला लातेहार,बालूमाथ से सुरेश उराँव जी ने झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की जहाँ तक घरेलु हिंसा की बात आती है तो अधिकतर महिलाये ही महिलाओ का विरोध करती है जैसे की देखा जाता है एक सास अपने बहु को प्रताड़ित करती है ज्यादातर महिलाये ही एक दुसरे को प्रताड़ित करती है और घर में या बाहर में महिलाओ का आपसी तकरार के कारण ही अधिकतर घरेलु हिंसा जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती है और समस्यायो को रोकने के लिए जो महिलाओ को नयी सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए जैसे की किसी के यहाँ अगर नयी बहू आती है तो सास और बहु दोनो को प्रेमपूर्वक व्यवहार करना चाहिए ताकि लड़ाई झगड़ा न हो जब भी कोई सयुंक्त परिवार टूटता है तो अधिकतर ये महिलाओ के कारण ही होता है इसलिए महिलाओ को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए जिससे की ऐसी समस्याए उत्पन्न हो उन्हें समझदारी से काम लेना चाहिय आपस में मिल जुल कर रहना चाहिए ताकि ऐसी समस्यायों का उन्हें सामना करना न पड़े।