लातेहार,बालूमाथ से सुरेश उराव झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से घरेलु हिंसा पर कहते है की इसमें महिला ही ज्यादा शामिल रहती है वे ही परिवार के सदस्यो को उकसाती है की महिला पर हिंसा करो उसे दबाकर रखो.अत:सामाजिक तौर पर बदलाव आना चाहिए की महिलाये इस तरह की मानसिकता को छोड़े।