झारखंड राज्य के बोकारो जिला के चन्द्रपुरा प्रखंड से नरेश महतो और इनके साथ एक अभिभावक जिनका नाम भरत महतो है। वे मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि हर अभिभावक का यह सपना रहता है कि उनके बच्चे अच्छे से पढ़ लिख कर एक अच्छी जगह में जा कर काम करें। अपने बच्चों को कामयाब देखने के लिए अभिभावक हर रूप में बच्चों की मदद करते हैं। जितना पैसा खर्च करना पड़े वे पीछे नहीं हटते हैं। झारखण्ड में कई डिग्री कॉलेज है, जहाँ सरकार के द्वारा सत्तर हजार रूपए फण्ड के रूप में बच्चों की पढ़ाई के लिए दिया जाता है। इसलिए अभिभावक हमेशा यह सोचते हैं कि उनके बच्चे अपने ही राज्य में बेहतर शिक्षा ग्रहण करें। लेकिन आज कई विद्यालयों में अभिभावकों से पुनः नामांकन के नाम पर पैसे माँगे जाते हैं और इसकी जानकारी अभिभावकों को नहीं होती है। मजबूरन अभिभावक इसकी जानकारी अपने क्षेत्र के प्रतियासी को देते हैं, कि आखिर क्यों पुनः नामांकन में अभिभावकों से पैसा लिया जा रहा है। अतः बच्चों को बीएड,पॉलटेक्निक या आईटीआई की शिक्षा उनके क्षेत्र में ही प्राप्त हो इसके लिए उच्च शिक्षण स्थान की सुविधा होना चाहिए।