झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के पेटरवार प्रखंड तेनुघाट से सुषमा कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं, कि स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों के बीच छात्रवृत्ति की राशि वितरण करना अति आवश्यक है। क्योंकि यह राशि उन गरीब बच्चों को दिए जाने का प्रवधान है जो अपनी जरुरत के वस्तुओं को खरीदने में असक्षम होते हैं। लेकिन कई जगहों में यह देखने को मिलता है कि बच्चों को तीन साल,दो साल में राशि का वितरण किया जाता है। और कभी-कभी कई बच्चे राशि लेने से वंचित रह जाते हैं। कई कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों को छात्रवृत्ति फॉर्म भरने में कई सारी प्रक्रिया करना पड़ता है। यदि किसी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी हो जाए तो उन्हें योजना से वंचित रहना पड़ जाता है। इस लिए बहुत से छात्र-छात्राएँ छात्रवृत्ति फॉर्म भरते हैं लेकिन उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाता है । सरकार द्वारा एक कदम उठा कर स्कूल कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के बीच प्रत्येक वर्ष राशि देकर उनके पढ़ाई में आने वाले कमियों को दूर करना चाहिए। ताकि विद्यार्थियों को अपना भविष्य बनाने में कोई परेशानी ना आए। दशवीं पास विद्यार्थी पैसे की कमी के कारण अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पातीं हैं। उनके लिए छात्रवृत्ति की राशि पाना बहुत ही मायने रखता है।