झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के दारू प्रखंड से बलराम शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से सूरज कुमार से बातचीत किये। इस बातचीत में सूरज कुमार ने बताते हैं, कि वे कलकत्ता और मुम्बई में कैंटीन में काम करते थे। काम के दौरान सूरज कुमार के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता था। काम के दौरान जितना वेतन मिलता था उस पैसे से घर परिवार चलने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। लेकिन अगर राज्य या जिले में सरकार द्वारा कोई रोजगार का साधन दिया जाए तो वह और भी बेहतर होगा