झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के चंद्रपुरा से नरेश महतो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रत्येक मनुष्य के लिए शिक्षा का होना आवश्यक है। जिस तरह घर की नींव मज़बूत होने पर वह लम्बे समय तक टिका रहता है , उसी तरह मनुष्य में शिक्षा की उपयोगिता है। शिक्षा से ही हमें अच्छे और बुरे की पहचान होती है। शिक्षा से विवेक आता है और विवेक से संस्कार की उत्पत्ति होती है। एक आदर्श समाज के निर्माण में शिक्षा को कभी भी नाकारा नहीं जा सकता है। यह कथन प्रचलित है कि विद्या विहीन व्यक्ति , पशु के सामान होता है। परन्तु झारखंड राज्य में शिक्षा की स्थिति काफी दयनीय है। जब तक बच्चों की शिक्षा में प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर सुधार नहीं किया जायेगा , तब तक उच्च स्तर की शिक्षा का विकास नहीं होगा। चंद्रपुरा प्रखंड में प्राथनिक विद्यालयों में शिक्षक आते तो है , परन्तु केवल और केवल सिर्फ अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाने के लिए। क्योंकि सरकार ने नो वर्क , नो पे का नियम लागू कर रखा है। इसीलिए सरकार को इन सब पर ध्यान देने की आवश्यकता है