जिला धनबाद के बाघमारा प्रखंड से बीरबल महतो झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि कोयला खादान क्षेत्रों में पर्यावरण की स्थिति काफी दयनीय हैं। क्योकि यहाँ पर पेड़ पौधे हैं परन्तु उनके पत्ते झड़ गए हैं। प्रदुषण इतना बढ़ गया है की पेड़ पौधे जीवित नहीं रह पा रहे हैं। जंगलों को काट दिया गया है क्योंकि जंगल झाड़ रहते हुए कोयला खान नहीं चल सकता। कोयला खान चलने के कारण जंगलों का सफाया हो चूका है। जमीन को खोखला कर दिया गया है जिससे पानी की भी कमी हो गई है । पर्यावरण इतना दूषित हो गया है की लोगो के अनेक तरह की बीमारियां हो रही हैं।