झारखण्ड राज्य के पूर्वी सिंघभूम जिले के पोटका प्रखंड से चक्रधर भगत जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि झारखण्ड में बढ़ता कुपोषण का मुख्य कारण यह है कि खाद सुरक्षा योजना जो मुख्य रूप से गरीबों के लिए निकाली गई है वह गरीबों तक आसानी से नहीं पहुंच पाती है वहीँ जो इनके हक़दार नहीं होते हैं उन्हें इसका लाभ आसानी से मिल जाता है। दूसरी ओर बेरोजगारी भी कुपोषण का एक कारण है क्योंकि बेरोजगारों को रोजगार दिलाने हेतु कई योजना निकाली जाती है पर गरीब इसका लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। साथ ही प्रधान मंत्री आवास योजना का लाभ भी गरीबो को नहीं मिल पाता है। कई पंचायतों में ग्राम सभा नियमित रूप से नहीं की जाती है जिसका परिणाम देश में आज कुपोषण कम होने के जगह बढ़ता जा रहा है।