राज्य झारखण्ड, जिला देवघर,प्रखंड सारथ से जय प्रकाश सिंह जी झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से पंचायतों के वकास के सम्बन्ध में कहते हैं कि राज्य में पंचायती राज व्यवस्था लागू है लेकिन इसका कोई विशेष लाभ नज़र नहीं आ रहा है चूँकि ये पंचायती राज्य अधिनियम के अंतर्गत प्रतिनिधियों को स्वावलम्बन बनाने के लिए जो अधिकार उन्हें दिए गए है, वो कहीं भी लागु नहीं हुआ है।सरकार जनता को धोखा दे रही है।वे कहते हैं कि हर एक पंचायत में पंचायत भवन का निर्माण होना चाहिए लेकिन अभी भी कई पंचायतों में पंचायत भवन का आभाव देखने को मिलता है। साथ ही पंचायत भवनों में जो मुख्य कार्य होने है उन कार्यों का सही से क्रियान्वयन भी नहीं हो रहा है।और जो पदाधिकारी है, वो ठेकेदारी प्रथा लागु करने के लिए, और अपनी गाढ़ी कमाई को अपने खाते में जमा करने के लिए लूट खसोट का काम करने में लगे हैं। साथ ही पंचायतों में जो वाजिब काम होने चाहिए वो काम नहीं करते है।पंचायती राज में न तो मुख्य रूप से किसी भी कार्य में जनता को जिम्मेदारी दी गयी है और न ही पंचायतों में ग्रामसभा सही ढंग से ग्राम सभा का आयोजन किया जाता है।इसलिए सरकार को चाहिए कि वे सभी विभागों को जोड़कर रखे, तभी हम विकास की ओर बढ़ सकते है वरना नहीं। क्योंकि आज जितने भी पदाधिकारी और कर्मचारी लोग है वो सही से अपना काम नहीं करते है।