जे एम् रंगीला जी और उनके साथ हैं छवि बाला जी धनबाद से मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि समाज में बाल हिंसा होने का मुख्य कारण है लोगो में जागरूकता न होना। और जो कानून बनाया गया है उस पर भी लोगो को जानकारी नहीं है। आधुनिक समाज में भी इसका मुख्य कारण ये है कि जो लोग गांव में बस्ते हैं और जहां बेटियों की संख्या ज्यादा होती है और दहेज़ का मांग भी बढ़ जाता है। बाल विवाह के दुष्परिणाम बच्चियों के कम उम्र में शादी कर दी जाती है। फिर जब वो ससुराल पहुँचती हैं तो काम का बोझ उनपर आ जाता है। और काम नहीं करने पर घर में सास ससुर से झगड़ा पति से झगड़ा होने लगता है। फिर कम उम्र में बच्चा हो हो जाता है जिससे उनके जान का खतरा भी बढ़ जाता है। अगर बच्ची बच जाती है तो बच्चे को नहीं संभाल पाती जिससे कूपोषण का भी खतरा रहता है। इसे रोकने के लिए सबसे पहले गांव में नुक्कड़ नाटक करना पड़ेगा। लोगो को जागरूक करना पड़ेगा। तभी ये प्रथा रुक सकती है।