जिला हज़ारीबाग़, प्रखंड बड़कागांव से रुपेश राज मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि झारखण्ड एक कृषि प्रधान राज्य है और यहां के किसान तरह-तरह की खेती करते हैं।किसान फसल उत्पादन को बढ़ाने के लिए अपने खेतों में कीटनाशक दवाई एवं रासायनिक खाद का उपयोग करते हैं,जिससे खेतों की उर्वरा शक्ति कम होती है। साथ ही रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाई का उपयोग कर उपजाए गए खाद्य पदार्थों का सेवन करना मानव जीवन के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है।वर्तमान समय में लोगों में तरह-तरह की बीमारियां होने की शिकायत मिल रही है, जो किसी न किसी हद तक कीटनाशक दवाई एवं रासायनिक खाद से उपजे खाद्य पदार्थ के उपयोग से हो रहा है।अतः मोबाइल वाणी के माध्यम से यह सन्देश देते हैं कि झारखण्ड के किसान केंचुआं खाद बनायें और अपने खेतों में कम्पोस्ट खाद का उपयोग करे, जिससे मिट्टी में पोषक तत्वों की पूर्ति होगी साथ ही लोगों को बिमारियों से निजात भी मिलेगी ।