कभी नटुआ नृत्य हमारी परंपरा व संस्कृति की जीवंत उदाहरण हुआ करती थी पर क्यों आज देश से नटुआ नृत्य की परम्परा, दिन पर दिन दूर होते चली जा रही हैं...? क्या आज की पीढ़ी नटुआ नृत्य के बारे में कुछ भी नहीं जानती हैं...? झारखण्ड से भी विलुप्त भी होती जा रही इस नरीता के क्या कारण है...? क्या बड़े बुजुर्गो द्वारा आज की वर्तमान पीढ़ी को नटुआ नृत्य से परिचित कराया गया हैं..? श्रोताओ आप हमे बताये की आखिर क्यों आज कल की शादियों में नटुवा नृत्य की परंपरा को अलग कर दिया गया है....?