प्रखंड बाघमारा, जिला धनबाद से बीरबल महतो जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि उनके पंचायत महुदा में पंचायत प्रतिनिधियों के बीच किसी तरह का आपसी तालमेल नहीं होता है। यहां स्थिति यह हैं कि पंचायत समिति के सदस्य , वार्ड सदस्य, मुखिया एवं उप मुखियां कभी भी आपस में बैठकर किसी मुद्दे पर विचार-विमर्श नहीं करते।साथ ही पंचायतों में प्रत्येक माह आयोजित होने वाली ग्राम सभा में भी सभी जन प्रतिनिधि सम्मिलत नहीं होते हैं।वे कहते हैं कि जनप्रतिनिधियों के आपसी सामंजस्य के आभाव के कारण ही पंचायतों में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। अत: सभी पंचायत के मुखिया का यह कर्तव्य बनता है कि वे सभी वार्ड सदस्यों, पंचायत समिति के सदस्यों एवं उप मुखिया के उपस्थिति में ही ग्राम सभा का आयोजन करें। साथ ही मुखिया के आलावा अन्य प्रतिनिधियों का भी यह फर्ज बनता है कि वे ग्राम सभा में उपस्थित होकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें तभी जाकर पंचायतों का विकास संभव होगा।