जसीडीह देवघर से बलवीर राय जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में गुरु और शिष्य की महिमा समाप्त हो चुकी है।गुरु हमेशा शिष्य का भला ही चाहते हैं, किन्तु आज की भाग दौड़ और कम्प्यूटर के युग में,गुरु की महिमा को कलंकित करने का काम किया जा रहा है।पहले गुरु की देख-रेख में बच्चो का सर्वांगीण विकास होता था और शिष्य के मन में गुरु के लिए अथाह सम्मान होता था।परन्तु वर्तमान समय में स्थिति यह है कि गुरु अपने शिष्य से डरने लगे हैं।