गोड्डा जिले से सुरेंदर सिंह जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मनरेगा में महिलाओं को पचास प्रतिशत हाजरी मिलता है। लेकिन महिलाओं को पूरी मजदूरी नहीं मिल पाता है। इसका मुख्य वजह है मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में बिचौलियों का हावी होना।उन्होंने बताया कि मनरेगा का नाम पहले नरेगा था ,बाद में पिछली सरकार ने इसका नाम बदलकर मनरेगा यानि की महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम किया।इस योजना से जरुरत मंदो को लाभ न मिल कर , बिचौलिओं को लाभ मिल रहा है।महिलाओं को मुख्य रूप से बिचौलिये लूट रहे हैं,क्योंकि महिलाओं को इस योजना के विषय में विस्तृत जानकारी नहीं है।इस अज्ञानता का लाभ उठा कर बिचौलिये फल -फूल रहे हैं।गाँव में आ कर देखने और सुनने से पता चलेगा कि मरेगा में मुख्यतः किस प्रकार की धांधली हो रही है।