झारखण्ड राज्य के पूर्वीसिंघभुम जिले के पोटका प्रखंड से चक्रधर भगत जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मनरेगा योजना के तहत गरीब महिलाओं को रोजगार देने के लिए सरकार ने जो योजनाएं चला रही है, उसमे काफी अनियमितता देखीं जा रही है।पोटका प्रखंड के हान्थिबंधा पंचायत में मनरेगा के काम तो हो रहे है परन्तु श्रमिकों के लिए जो जॉब कार्ड बनवाये गए है ,वह संपन्न परिवारो के सदस्यों के बनाये गए है।इस योजना में बिचौलियाँ के माध्यम से हाजरी बनते है, अत : इस तरह से सरकारी लाभों व मनरेगा योजना की लूट हो रही है। मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को और महिलाओ को जो सुविधाएं प्रदान करने की बात की जाती है, वह नाम मात्र की है । इसके अंतर्गत किसी भी कर्मियों को कोई सुविधा नहीं दी जाती है। इसके लिए सरकार को उचित कदम उठाने की आवश्यकता है,ताकि यह योजना सही दिशा पर चल सके। गांव में ग्रामसभा की बैठक भी नहीं होती है जिसके कारण लोगो को मनरेगा और अन्य योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पाती है।