जिला गोड्डा से सुरेंद्र सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि मनरेगा में मजदूरों से काम कराने के बाद उन्हें 150 रुपया ही दिया जाता है जिसमे 35 से 40 % कमीशन के रूप से मुखिया ले लेते हैं।जिसके कारण कोई भी मजदुर इस योजना में कार्य करने के इच्छुक नहीं रहते हैं