बोकारो जिले के चंदनक्यारी प्रखंड से श्यामपद दास जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि बच्चों का प्रारंभिक शिक्षा ही बच्चों का मूल शिक्षा होता है।पंचायतो में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता बहुत ही नीचे गिरा हुआ है। सरकार द्वारा दिन-प्रतिदिन नए-नए योजनाओं की घोषणा किया जाता है लेकिन शिक्षा की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है, जिसके कारण हरेक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा का अधिकार प्राप्त नहीं हो रहा है। उनका मानना है कि जबतक बच्चों की प्रांभिक शिक्षा मजबूत नहीं होगी तब तक बच्चे आगे नहीं बढ़ पाएंगे। वे कहते हैं कि पहले जिस तरह से विद्यालयों में पढ़ाई होती थी उस तरह अभी के समय में नहीं हो पा रही है। प्राथमिक विद्यालयो में किसी भी तरह से बच्चों को आगे की कक्षा में बढ़ा दिया जा रहा है।इससे बच्चों की ज्ञान में वृद्धि नहीं हो रही है। स्कूलों में ऐसी हालात होने के बाद भी पंचायत प्रतिनिधि द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है ,जो पंचायतों में प्राथमिक शिक्षा के पिछड़ेपन का एक बड़ा कारण है।