सवांददाता ए के सविता जमुई की धरती अनेक महापुरुषों की धरती है जिसमे भगवान महावीर की जन्म भूमि लछुआड़ ,माँ नेतुला मंदिर की अदम्य शक्ति , छोटी देवघर के नाम से विख्यात बाबा धनेश्वर नाथ मंदिर ,सिकन्दरा चौक को सुशोभित करते प्राचीन माँ जगदम्बा मंदिर , मलयपुर स्थित भव्य काली मंदिर सहित अनेकानेक धार्मिक धरोहर अवस्थित है !वही इसमें एक नाम युवा सेवा सिकन्दरा ट्रस्ट जो धार्मिक नेक कार्यो के लिए जाना जाता है ! भारत के नामचीन निरंजन पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर परम् पूज्य स्वामी कैलाशनन्दन गिरी जी महाराज के द्वारा रविवार को जेलेविया मोड़ के समीप स्बित युवा सेवा सिकन्दरा ट्रस्ट शिविर में एक मात्र श्री कैलाशनन्दन कांवरिया धर्मशाला का शिल्यान्यास कर इतिहास रचा गया ! स्वामी कैलाशनन्दन गिरी महाराज जी की रोचक तथ्य जी है जमुइवासियो को जानकर यह आश्चर्य होगा की भारत ही नही विश्व सनातनियो में एक नाम महामंडलेश्वर परम् पूज्य महाराज कैलाशनन्दन गिरी जी महाराज का नाम आता है सबसे गर्व की बात है कि इनका जन्म स्थान बिहार के जमुई जिले के सिमुलतल्ला स्थित पाण्डेयडीह गाँव है ! "अ " से "ॐ " तक का सफरनामा जमुई जिले के सिकन्दरा प्रखंड के द्वारा लगातार 14 वर्षो से सावन के पवित्र महीना में कावरियों की निःशुल्क सेवा शिविर का आयोजन सिकन्दरा युवा शिविर करते आ रहा है ! सावन के पवित्र पूर्णिमा के अवसर पर वैदिक मंत्रोउच्चारण के साथ पूरे विधि विधान स्वरूप में सेवा शिविर का समापन भोले नाथ के जयकारों से सम्पन्न हुआ ! हिंदी वर्णमाला अक्षर की शुरुआत "अ " से होती है ठीक उसी प्रकार सिकन्दरा सेवा शिविर की भी सोच वैसे व्यक्ति है जिनके नाम का पहला अक्षर "अ "से शुरुआत हुई है इसे भोलेनाथ की कृपा कहे या सयोंग !इस शिविर की शुरुआत की सोच भगवान "ॐ " यानी बाबा भोलेनाथ से ही शुरू हुई है इसकी भी अजब गाथा है दो दोस्त 8 वर्षो से से कांधे पर काँवर लेके चलते है एक नाम अमित कु भगत उर्फ मंटू भगत ,तो दूसरे का नाम नवीन बर्णवाल है उनको जो रास्ते मे सबसे ज्यादा कठिनाई हुई तो यह जगह है जेलेविया मोड़ घना जंगल ,घोर अंधेरा सहित अनेक समस्याओं रूबरू होकर कावरियों की सेवा करने का बीड़ा उठाने को कृतसंकल्पित हो उठे ! बाबा भोलेनाथ को जलाभिषेक कर सोच कावरियों की सेवा कैसी हो ! इसी सोच को आगे बढ़ाते और मन मे बाबा भोलेनाथ की श्रद्धा लिए 2010 में तीन युवा ,अमित नवीन का साथ मुन्ना ने दिया और सेवा शिविर जिलेविया मोड़ पर लगने लगा ,देखते देखते तीन से आज तेरह सदस्य से भी अधिक सेवा शिविर का कारवां निकल पड़ा ! बाबा भोलेनाथ की कृपा एवम स्थानीय लोगो के सहयोग से शिविर आज ट्रस्ट का रूप ले लिया ! ले मशाले चल पड़े है आज मेरे गाँव के ....कविता को युवा सेवा सिकन्दरा चरितार्थ करके दिखाया ! सिकन्दरा युवा सेवा शिविर अब ट्रस्ट के स्वरूप 2010 से सिकन्दरा सेवा शिविर निरंतर प्रयासरत है धीरे धीरे सदस्यों के मेहनत व लगन से 2024 में सिकन्दरा युवा सेवा शिविर अब ट्रस्ट के स्वरूप में परिणत हो गया ! सिकन्दरा सेवा शिविर में बिहार एवम भारत के नामचीन भक्ति जागरण के कलाकारों ने जलवा बिखेरा 14 वर्षो से लगातार सेवा शिविर सिकन्दरा में देश के नामचीन भक्ति जागरण के कलाकारों ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया ! इसी कड़ी में सुनील छैला बिहारी ,अरबिंद कुमार अकेला उर्फ कल्लू ,अनुपमा यादव ,खेसारी लाल यादव ,अजित मनोज ,मुरली यादव ,आशीष यादव ,पल्लवी ,सहित अन्य कलाकारों ने अपना जलवा बिखेरा ! इस नेक कार्य के बल पर आज बिहार सहित देश के अन्य राज्यो में सिकन्दरा युवा सेवा शिविर चर्चाओ में है ! स्वास्थ्य से लेकर खान पान एवम ठहरने की होती है व्यवस्था सिकन्दरा युवा सेवा शिविर कावरियों के सभी प्रकार की सेवा मुहैया कराती है जिसमे स्वास्थ्य संबंधी कठिनायों के लिए डॉक्टरों द्वारा 24 घंटे के निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवम निःशुल्क दवाइयां भी दी जाती है ! 24 घंटे लंगर की व्यवस्था ,पेयजल की व्यवस्था , शौचालय की व्यवस्था ,एवम कावरियों के ठहरने की पूरी व्यवस्थायो से लैस रहती है सेवा शिविर ! अग्रणी योगदान का प्रेरणाश्रोत रहे है नामचीन हस्तियां जिले के जिला परिषद अध्यक्षा दुलारी देवी ,पूर्व विधान पार्षद उम्मीदवार सह समाजसेवी गुड्डू यादव , प्रखंड के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ सचिदानंद ,सिकन्दरा नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि शेखर सिंह ,सिकन्दरा बजाज शो रूम के मालिक अमित कु भगत उर्फ मंटू भगत ,सहित नामचीन हस्तियों के सराहनीय योगदान रहा है ! ट्रस्ट के सदस्य की सूची प्रवीण कु मिश्रा संरक्षक ,रवि पांडेय ,मुन्ना केशरी ,आचार्य जयदेव जी महाराज ,अमित कु भगत ,सूरज गुप्ता ,नवीन बर्णवाल ,संजय स्वर्णकार ,संतोष वर्मा ,राजीव राम ,विनोद महतो ,विनोद तांबेकर ,राकेश बर्णवाल ,मुकेश कु ट्रस्टीय सदस्य नामित है ! महाराज जी की आर्शीवचन सिमुलतला सेवा धाम आश्रम, जमुई (बिहार) की पुण्यभूमि पर कल देर रात से ही एक दिव्य वातावरण का सृजन हुआ, जब आसपास के गांवों से हज़ारों श्रद्धालु पूज्य गुरुजी, निरंजन पीठाधीश्वर, आचार्य महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 डॉ. परम पूज्य स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज के पावन दर्शन और आशीर्वाद हेतु आश्रम में एकत्र हुए। पूज्य गुरुदेव ने प्रत्येक भक्त को व्यक्तिगत रूप से प्रेम, स्नेह और दिव्य आशीर्वचन प्रदान किए।गुरुदेव ने अपने प्रवचनों में एक बार पुनः हिंदू एकता, समाज सुधार और सनातन धर्म की पुनः स्थापना का आह्वान करते हुए कहा कि “अब समय है कि हम सभी जाति-पांति, भाषा और क्षेत्रीय भेदभाव को त्यागकर केवल ‘सनातन’ के नाम पर एकजुट हों।” उन्होंने विशेष रूप से समाज के उन वर्गों को भी आशीर्वाद प्रदान किया जो लंबे समय से मुख्यधारा से कटे हुए रहे हैं।पूज्य गुरुदेव ने संदेश दिया ! जब तक अंतिम व्यक्ति तक धर्म की ज्योति नहीं पहुँचती, तब तक हमारा संकल्प अधूरा है।”“हम सब एक हैं — एक सनातन, एक संस्कृति, एक भारत गुरुदेव ने सभी को वैदिक मंत्रों के साथ रक्षा व आध्यात्मिक उन्नति का आशीर्वाद दिया !ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर
बुढ़मू : बुढ़मू में शिव उपासना का मंडा पूजा सह मंडा मेला गुरुवार को झूलन के साथ संपन्न हो गया। इससे पूर्व बुधवार की रात्रि में फुलखुंदी एवं नागपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें फुलखुंदी कार्यक्रम में बुढ़मू गांव के लगभग 500 शिव भक्त आग दहकते फूलों के अंगारों पर खुले पैर चलकर पार हुए। और शिव भक्ति का परिचय दिया। वही बुधवार की रात्रि में और गुरुवार को दिन में नागपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में आए कलाकारों ने अपने नृत्य व कला को मेला में प्रस्तुत किया और मेला देखने आए लोगों को मनोरंजन कराया। मेला में नागपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम का मंच उद्घाटन मुख्य अतिथि बुढ़मू प्रखंड प्रमुख सतनारायण मुंडा, जिला परिषद सदस्य रामजीत गंझू, उपप्रमुख हरदेव साहू , बुढ़मू के पूर्व मुखिया गोवर्धन लोहरा, हरिश्चंद्र पाहन एवं मेला कमेटी के लोगों ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया। इस अवसर पर मंडा पूजा झूलन सह मेला आयोजन में मुख्य अतिथि के बुढ़मू अंचलाधिकारी सच्चिदानंद वर्मा, कांके विधानसभा के पूर्व विधायक डॉ जीतू चरण राम, चकमे पंचायत के मुखिया रामवृत्त मुंडा सहित कई गणमान्य लोग मेला में शामिल हुए। मेला में आसपास गांव के आलावे बाहर से हजारों लोग मेला देखने पहुंचे थे। मेला में कई प्रकार के मिठाई एवं खिलौने की दुकान लगी हुई थी। मेला को सफल बनाने में मेला कमेटी के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, संरक्षक के अलावे मेला कमेटी के लोगों सहित बुढ़मू गांव के ग्रामीणों का सराहनीय योगदान रहा।
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वट सावित्री पूजा के अवसर पर गिद्धौर में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। सोमवार को सुहागिन महिलाओं ने अपने अखंड सौभाग्य और पति की लंबी आयु की कामना के साथ पूरे पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ व्रत रखा और वट सावित्री पूजा संपन्न की। इस मौके पर गिद्धौर के ऐतिहासिक पंच मंदिर परिसर, बाबा बूढ़ा नाथ मंदिर परिसर और क्षेत्र के अन्य धार्मिक स्थलों पर वट वृक्ष (बड़ के पेड़) के नीचे महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
निरंकार जागृति मिशन के द्वारा 25 मार्च को सुबह 10बजे से दोपहर 2बजे से संत महामंडल्लेश्वर सतगुरु स्वामी महाराज के द्वारा निरंकार मिशन जागृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अशोक वाटिका मेमोरियल हॉल दिघवारा ब्लॉक के पीछे किया गया।श्रद्धालुओं द्वारा इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया गया और महाराज जी के वचनों को सुनकर और सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
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सनातन धर्म में हर पर्व का अलग अलग महत्व व विधि विधान है। हर महिलाएं कोई पर्व अपने भाई क़े लिए तो कोई पति तो कोई संतान व घर में सुख शांति क़े लिए करती है। सुहागन महिलाएं पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य, सलामती, कस्टो से मुक्ति व सुख-समृद्धि के लिए सुहागिन महिलाएं वट सावित्री व्रत करती हैं और उस दिन बरगद (वटवृक्ष) की पूजा करती हैं।
विष्णुगढ़ प्रखंड के नागी व अचलजामू ग्राम पंचायत में वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर विशु मेला का भव्य आयोजन किया गया जिसमें भक्त श्रद्धालु शिव मंदिर परिसर में पूजा अर्चना कर क्षेत्र में सुख शांति समृद्धि की कामना किये।
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