Transcript Unavailable.

दोस्तों, केन्द्र सरकार ने 1995 में देश के सरकारी स्कूलों में मिड डे मील योजना की शुरूआत की थी. पहले यह योजना कुछ चुनिंदा राज्यों और स्कूलों में शुरू हुई, फिर धीरे—धीरे करके गांव कस्बों तक पहुंच गई. लेकिन क्या है इस योजना के फायदे ?और क्यों है इसकी ज़रूरत ? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

Transcript Unavailable.

बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि संस्कृत भाषा हमारे देश के पूर्वजों के द्वारा बोला जाता था ये हमारी प्राचीन भाषा है इसलिए विद्यालयों में संस्कृत की पढ़ाई होनी चाहिए

बिहार राज्य के नालंदा जिला से यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं उनके विद्यालय उत्क्रमित मध्य विद्यालय में कभी खाना मिलता है कभी नहीं मिलता है

बिहार राज्य के पटना जिला के बैठकपुर से मल्लू गोप मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं उनके तीन बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं जिनके स्कूल में सही से खाना नहीं बनता है और उन्हें खाना नहीं मिलता है इसके लिए उन्हें सहायता चाहिए।

दोस्तों, क्या आपके बच्चों को मिड डे मील नहीं दिया जाता या फिर मात्रा से कम खाना परोसा जाता है? अगर ऐसा है तो क्या आपने इस बारे में प्राचार्य या फिर विद्यालय समीति के पास शिकायत की है?और उन्होंने क्या कार्रवाई की? कोविड काल के दौरान आपके बच्चों को मिड डे मील के बदले सूखा राशन या फिर भोजन की राशि मिली? अगर हां तो क्या बच्चों को उससे पर्याप्त ​भोजन खिलाया गया? मिड डे मील योजना के बारे में अपना अनुभव और परेशानियां हमें जरूर बताएं, ताकि हमारे वॉलिंटियर आपकी मदद कर सकें. अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

बिहार राज्य के नालंदा जिला के सरमेरा ग्राम से सोनू कुमार मोबाइल वाणी के मध्यम से बताना चाहते है की, इनके विद्यालय में पानी की सुविधा उपलब्ध है और साथ ही इनका कहना है की, सभी शिक्षकों के द्वारा बच्चो के लिए स्वच्छ जल उपलब्ध करवा जाता है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के हरनौत प्रखंड के लोहरा से ममता कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, इनके गाँव के विद्यालय में पानी की सुविधा नहीं है, बच्चे अपने घर से पीने का पानी ले जाते है।

दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं? आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?