बिहार राज्य के नालंदा जिला से जुल्फिकार अली ने इंटर पास विद्यार्थी के अभिभवाक मिथिलेश प्रसाद से बातचीत किये और उस बातचीत में मिथिलेश प्रसाद ने मोबाइल वाणी पर बताया कि बच्चों को अच्छा शिक्षा मिले ताकि आगे आने वाले समय में उन्हें परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। साथ ही उन्होंने मोबाइल वाणी पर बताया की विषय का चयन और कैरियर बनाने में अभिभावक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के गिदौर प्रखंड से ऋतिक कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बिहार बोर्ड का परीक्षा फल भले ही अच्छा हुआ है। लेकिन छत्र -छात्रा और उनके अभिभावक की परेशानी कम नहीं दिखाई देता है। साथ ही उन्होंने बताया की उन्होंने इंटर में प्रथम स्थन प्राप्त किया है और वे विज्ञानं विषय के छात्र है और आगे की पढ़ाई ,विज्ञानं और बायोलॉजी लेकर करना चाहते है। जिससे की वे डॉक्टरी की पढ़ाई कर सके लेकिन बढ़ती शिक्षा प्रणाली के कारण अभिभावक काफी चिंतित है क्योंकि पढ़ाई में अधिक बाधा राशि की आती है।

बिहार राज्य के भोजपुर जिला आरा से भीमराज मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है ,कि जबतक देश में पूंजीपतियों का राज होगा तबतक गरीब वर्ग के लोग विवश हो कर जीते रहेंगे। आजादी के बाद अमीरी -गरीबी का फर्क होता गया है। जिस कारण पढ़ाई से भी गरीब वर्ग लोग वंचित रहा गए है। गरीब वर्ग के लोग बच्चों को भी अच्छी शिक्षा नहीं दे पा रहे है रहे। शिक्षा भी आज के समय आधुनिकरण का शिकार हो गया है जो गरीब तबके के लोगों के लिए शिक्षा ग्रहण करना अब बहुत दूर की बात हो गई है

बिहार राज्य के नवादा जिला के नगरनौसा में रिपोर्टर जुल्फकार एक एंटर की छात्र तनीषा से मोबाइल वाणी के माध्यम से शिक्षा के बारे में कुछ इस प्रकार बाते की। तनीषा ने बताया की वो नगरनौसा की रहने वाली है अथवा उसने अभी अभिं इनटर की परीक्षा में पास किआ है और आगे की पढ़ाई G.N.M ले के करना चाहती है। जुल्फकार के पूछे जाने पर की आप अपने विसयों अथवा कॉलेज का चयन करने के दौरान किन किन बातों का धेयान रखना चाहिन्गी तो छात्र ने कहा की मै लड़की हूँ इस बात को समझते हुवे अपना कॉलेज में एडमिशन ज़ादा दूर नई करवा सकते उन्होंने ये भी कहा की मय उन् कॉलेज को ही चुनना चाहूंगा जो पढ़ाई के मामले में लापरवाही न करे जिसमे अच्छे से पढ़ाई हो सके अथवा वहा के हॉस्टल में लड़कियों के लिए रहने खाने पिने का सारा सुख सुविधा मौजूद हो जिससे लड़कियों को परेशानी नई हो सके। रिपोर्टर के पूछे जाने पर की क्या आपको लगता है की डॉक्टर इंजीनीयार के अलावा भी किसी चैत्र में नौकरी प्राप्त किआ जा सकता है छात्र का जवाब रहा की नई जैसे मैंने G.N.M लिए है तो ये साइंस लेने के बाद ही हो सकता है आर्ट्स या कॉमर्स लेने के बाद हम G.N.M नहीं ले सकते है उन्होंने ये भी कहा की मय जो विषय ली हूँ उसी में धेयान देना चाहती हु। उन्होंने कहा की आर्ट्स और कॉमर्स में भी अच्छा करियर है परन्तु मुझे साइंस ले के ही पढ़ना अच्छा लगता है। पूछे जाने पारर बताया की वो भविष्य में डॉक्टर बनना चाहती हैं । करियर के सही चुनाव के लिए किस्से सलाह ले रही है आप ये पूछे जाने परर उन्होंने कहा की वो अभिभावकों और शिक्छको से सलाह ले रही है । उन्होंने ये भी कहा की उन्हें सरकार के रोजगार कर्जकारो के बारे में भी जानकारी है जिनमे प्रधानमंत्री कौशल विकाश योजना है,मुख्यमंत्री कौशल विकाश योजना है जिनके बारे उनको जानकारी है।

बिहार राज्य के नवादा जिले के नगरनौसा उच्च विद्यालय की सिक्छिका अर्चना श्रीवास्तव से शिक्षा के क्षेत्र में मोबाइल वाणी के माध्यम से कुछ इस प्रकार बात की शिक्षिका ने बताया कि वो नगरनौसा स्कुल में गणित्त की शिक्छिका है। रेपोटर द्वारा पूछे जाने पर की वो कौन सा माध्यम है जिसमे रोजगार की आशंका सबसे ज्यादा है शिक्षिका ने कहा की आज के दौर में ये निश्चित रूप से कहा नई जा सकता की विज्ञान के क्षेत्र में ही रोजगार की आशंका सबसे ज्यादा है उन्होंने कहा कि ये बस लोगो की सोच है की विज्ञान ही सब कुछ है अगर लोग अपने इस सोच से निकल जाये तो बहुत कुछ हो सकता है उन्होंने ये भी कहा की लोगों की अपनी सोच होती है वो अपने इक्छा अनुसार कही भी नौकरी कर सकते है और ये उनको छूट है जैसे फ्लाइट में, होटल मैनेजमेंट, में लौ सेक्टर में आदि। पूछे जाने पर की विद्यार्थी को अपने विसये का चुनाव करते समाये किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए तो उन्होंने कहा की सबसे पहले विद्यार्थी जिस विषय में रुचि रखते है उन्हें वही चुनना चाहिए क्यों की यदि वो अपने इक्षा अनुसार विषय चुनेंगे तो उन्हें पढ़ाई करने में बहुत अच्छा लगेगा वो रुचि ले कर पढ़ेंगे,उन्होंने ये भी कहा की बच्चे कई बार मानसिक दबाओ ,पारिवारिक दबाओ के वजह से भी विषय ले लेते है अथवा उन्हें बाद में बहुत दिक़्क़्क़त होती है। रिपोर्टर ने जब्ब पूछा की छात्र तनाव मुक्त रहे इसके लिए क्या करना चाहिए तो उंहोने जवाब दिए की सबसे पहले की छात्र को ये समझना बहुत ज़रूरी है की उन्हें किसी भी प्रकार का कोई दबाओ नहीं है वो अपने इक्छा अनुसार कोई भी पढ़ाई करर सकते है उन्होंने ये भी कहा की बच्चो को बाहर के शिक्षकों से भी जानकारी लेनी चहिये जिससे वो और अच्छे से समझ पाएंगे।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से जुल्फिकार अली ने मोबाइल वाणी के श्रोता नीरज कुमार से बातचीत कि और नीरज कुमार ने मोबाइल वाणी पर बताया कि इंटर की परीक्षा सेकेंड डिवीज़न से पास किये है।साथ ही वे बताते है की साइंस विषय में कैरियर बनाना आसान है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला से जुल्फिकार अली ने इंटर पास विद्यार्थी के अभिभवाक मिथिलेश प्रसाद से बातचीत किये और उस बातचीत में मिथिलेश प्रसाद ने मोबाइल वाणी पर बताया कि बच्चों को अच्छा शिक्षा मिले ताकि आगे आने वाले समय में उन्हें परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। साथ ही उन्होंने मोबाइल वाणी पर बताया की विषय का चयन और कैरियर बनाने में अभिभावक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के काच्यावां ग्राम से जुल्फिकार अली ने इंटर पास विद्यार्थी के अभिभवाक से बातचीत किये और उस बातचीत में अभिभावक ने मोबाइल वाणी पर बताया कि बच्चों को जितना अच्छा शिक्षा मिल सके उतना हमारे लिए और बच्चों के लिए अच्छा होगा। जिससे वे आसानी से आगे बढ़ सकेंगे।साथ ही उन्होंने मोबाइल वाणी पर बताया की विषय का चयन और कैरियर बनाने में अभिभावक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के तीन ग्राम से जुल्फिकार अली ने इंटर पास विद्यार्थी से बातचीत किये और उस बातचीत में विद्यार्थी ने मोबाइल वाणी पर बताया कि आपने रूचि के अनुसार विषय का चुनाव करते है। साथ ही वैसे हर चीजों का ध्यान रख कर चयन करना चाहिए जहाँ के शिक्षक कॉलेज आदि गुणवत्तापूर्ण हो।उन्होंने बताया की डॉक्टर, इंजिनियर और पारम्परिक पदों के अलावा और भी अन्य क्षेत्र भी करियर बनाया जा सकता है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के तिना ग्राम से जुल्फिकार अली ने इंटर पास विद्यार्थी के अभिभवाक धनंजय कुमार से बातचीत किये और उस बातचीत में धनंजय कुमार ने मोबाइल वाणी पर बताया कि बच्चों को जिस विषय में रूचि हो उसके अनुसार ही विषय और कॅरियर का चुनाव करवाने में अहम भूमिका निभाते है ।साथ ही रोजगार से सबंधित बताते हुए वे कहते है कि रोजगार प्राप्ति के लिए सरकारी विद्यालय और कॉलेजों कि लचर व्यवस्था है। सरकार इस पर ध्यान नहीं देती है। सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देने की जरुरत है। ताकि बच्चों का उज्वल भविष्य हो सके।