नालंदा जिले के हिल्सा प्रखंड अंतर्गत जूनियर ग्राम से, इंद्रा देवी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि लड़कियाँ एक शक्ति का प्रतिक है। लड़का-लड़की में भेद-भाव नहीं करना चाहिए, लड़का और लड़की में कोई फर्क नहीं है, सभी को समान अधिकार दे। आज समाज में जिस प्रकार लड़कों को पढ़ाने में ध्यान दिया जाता है ठीक उसी तरह लड़कियों की पढ़ाई में ध्यान दिया जाये। आज लड़के जो कर सकते है वो लड़की भी कर सकती है बल्कि लड़की ही आज देश का नाम ऊँचा कर रही है और आगे बढ़ रही है। लड़कियाँ विवाह कर ससुराल चली जाती है तब भी वो सभी कार्यो को कर लेती है। इसलिए हमे लड़कियों को एक समान अधिकार देना चाहिए।
नालंदा जिले के हिल्सा प्रखंड अंतर्गत जूनियर ग्राम से, इंद्रा देवी जी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि ये समूह की सी.एम दीदी है और ये तैरह समूह पर कार्यरत है।जीविका एक शिक्षा का माध्यम है, जीविका में नहीं जुड़ने से पहले अपने बच्चो को आगे पढ़ाने में सक्षम नहीं थी। साथ ही अन्य कठिनायों का सामना भी करना पड़ रहा था, जैसे-तैसे अपना जीवन-यापन करते थे। लेकिन जब से उनके गांव में एक दीदी ने जीविका मोबाइल वाणी के बारे बताया तब से इनके जीवन में बहुत कुछ सुधार आया है। जीविका के जुड़ने के बाद सबसे पहले ये समूह की सदस्य बनी, फिर धीरे-धीरे आज से समूह की सी.एम दीदी बन गयी है और ये तैरह समूह की देख-रेख करती है। आज जीविका के माध्यम से सभी तरह के साफ़-सफाई, स्वास्थ्य की जानकारी, धातृ महिला, गर्भवती महिला के खान-पान, बच्चो के पूरक आहार, कृषि सम्बंधित, तथा अन्य प्रकार की जानकारी ले और दे रही है।
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बिहार के जूनियार पंचायत से इंदिरा जी ने जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे एसएचजी में बैठक करवा रही हैं और उन्होंने बाल विवाह के बारे में बताया कि बाल विवाह नहीं करना चाहिए। कम उम्र में शादी करवाने से उन्हें अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है जैसे कम उम्र में बच्चा होना जिससे लड़की के स्वास्थ्य में समस्या रहती है।
बिहार के जूनियार पंचायत से इंदिरा जी ने जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे आज एसएचजी की बैठक करवा रहीं हैं। जहाँ उन्होंने ने अन्य दीदियों से स्तनपान के विषय में जाना कि अपने बच्चों को स्तनपान कराने को लेकर बातें हुईं।
बिहार के जूनियर पंचायत से इंदिरा जी ने जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से 0-24 माह के बच्चे के पूरक आहार की जानकारी दी कि 0-24 माह के बच्चे को माँ सिर्फ अपना ही स्तनपान करना चाहिए जिससे कि बच्चे के मानसिक स्तिथि तेज़ हो और स्वास्थ्य अच्छा रहे।7-8 माह तक के बच्चे को ऊपरी आहार अवश्य देना चाहिए। आहार के अंतर्गत चावल, दाल ,आलू ,हरे पत्तेदार सब्ज़ियां ,अंडे मांस -मछली ,दूध से बने पदार्थ देने चाहिए।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के हिल्सा प्रखंड अंतर्गत जूनियर गांव से, इंद्रा देवी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि 0-6 माह तक के बच्चो को सिर्फ माँ का ही दूध देना चाहिए,क्योंकि माँ के दूध में 100 प्रतिशत पौष्टिक आहार होता है। 6 माह के बाद बच्चे को पुरक आहार अवश्य देना चाहिए,आहार में कम से कम चार समूह के खाद्य पदार्थो को ज़रूर शामिल ज़रूर करना चाहिए,जैसे :- अनाज में कंद,मक्का बाजरा,दाल का कोई भी प्रकार,मछली,अंडा,हरी पत्तीदार सब्ज़ियां आदि सभी चीज़ें शामिल कर सकते है।
बिहार नालंदा जिला,हिलसा प्रखंड जूनियर गावँ से मीणा देवी जी ने जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे चांदनी जीविका समूह की सीएम हैं और बैठक में उन्होंने महिलाओं को शौचालय के बारे में बताया कि अपने अपने घरों में शौचालय अवश्य बनाये क्योंकि सरकार इस विषय पर विशेष ध्यान दे रही है।लगभग सभी दीदियों ने शौचालय का निर्माण करवा लिया है लेकिन जिन्होंने नहीं करवाया है वे भी शौचालय का निर्माण करवाने में जुटी हुई हैं।मीणा देवी जी ने बताया कि कुछ महिलाये मिल कर गावँ में निगरानी रख रही हैं कि कोई भी शौच के लिए बाहर ना जाये क्योंकि बाहर शौच करने से गंदगी फैलती है और इससे लोग बीमार भी हो सकते हैं । उन्होंने धात्री महिलाओं के बारे में बताया कि गर्भवती महिलाओं को अपने खान -पान पर ध्यान रखना चाहिए।