सपना जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रही है कि इनके यहाँ पानी की बहुत अधिक परेशानी थी क्योंकि पानी लाल और गंदा पानी आता था जो बिलकुल पीने योग्य नहीं था।फिर इन्हे MHT मीटिंग में पता चला की पार्षद के पास शिकायत करने से समस्या का हल हो जाता है। और इन्होने सभी महिलाओं को इकट्ठा किया और एक आवेदन लिखकर पार्षद के पास पाँच-छः बार गयीं।और तब पार्षद ने इनलोगो किस समस्या सुनी और इनकी बस्ती में आये और पानी की समस्या का समाधान किया। और अब बस्ती वालों को अच्छा पानी मिलने लगा है।
MHT रांची से अमृता जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि अभी बरसात का मौसम चल रहा है। दूसरे मौसम की अपेक्षा इस मौसम में मच्छरों की संख्या काफी बढ़ जाती है।इसलिए घरेलु उपयोग के लिए जो पानी जमा कर रखा जाता है चाहें वो एक चम्मच हो या एक टंकी ,पानी साफ़ हो या गंदा हो ,लोग उसे ढक कर रखे या प्रत्येक सप्ताह बदलते रहे।अगर बदलना संभव ना हो तो उस पानी में एक चम्मच नमक ,या कुछ केरोसिन या डीजल की बुँदे डाल कर मच्छरों को पैदा होने से रोके । मच्छर जानलेवा साबित हो सकते है इसलिए मच्छरों को पैदा ही ना होने दे।
भोपाल के बाग़ बगुलियाँ बस्ती से एकता साहू साथ में सुमन कौर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि विगत वर्ष इनकी बस्ती में बरसात के मौसम में पानी बहुत ज्यादा भर गया था जिसकी वजह से इनको काफी परेशानी हुई थी घर में बदबूदार पानी घुस गया था ,घर में शौचालय भी नहीं था। फिर इन्होंने लोन लेकर घर और बरामदे की ऊंचाई करवाई और शौचालय का निर्माण भी करवाया।जिससे इनको कुछ बचत भी हुई जबकि विगत वर्ष इनको काफी नुकसान उठाना पड़ा था।इनके छोटे नाती और पोते है जो गंदे पानी की वजह से बीमार पड़ गए थे,जिसको उन्होंने अस्पताल में भर्ती करवाया काफी खर्च भी हुआ और परेशान भी रही। पर इस वर्ष इन्होंने इन परेशानियों से बचने के उपाय पहले से ही कर लिया था।