जिला रांची से अमृता जी उनके साथ है रानी देवी जो मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि उन्होंने ग्रीन रूफिंग किया हुआ है। इसकी जानकारी उन्हें एम् एच टी रांची के द्वारा मिला। उन्होने अपने छत में बहुत से पौधे लगाए हुए हैं। जिसके कारण उनका रूम हमेशा ठंढा रहता है। इससे उनके घर में बिजली की भी बचत होती है। और उन्हें कुछ सब्जी भी खाने को मिल जाता है जिससे उनका जीवन शैली आराम से गुजर रहा है। इसी संदर्भ में सादाब बेन जी जो की भोपाल से हैं उन्होंने बताया की वो जिस बस्ती में रहती हैं वो डैम से सटा हुआ है जिस कारण वहां मच्छर की तादाद बहुत ही अधिक है। इसलिए उन्होंने अपने घर पर लेमन ग्लास के पौधे भी लगाया हुआ है। जिससे मच्छर से निजात मिल रहा है। पहले वो इससे बचने के लिए कॉयल का इस्तेमाल करते थे पर अब उनका काम एक कॉयल से हो जा रहा है। और उसके धुए से से जो परेशानी हो रही है उससे निजात भी मिल रहा है। और पैसे की भी बचत हो रही है। इसकी जानकारी वो गांव के सभी लोगो तक पहुंचना चाहती है जिससे मच्छर के प्रकोप से बच सके
अमृता,जिला रांची से मोबाइल वाणी के माध्यम से बड़ा घाघरा के सी.ए.जी.महिला चंपा कश्छप जी से साक्षात्कार ले रही है की वृक्षारोपण करने से उन्हें क्या क्या फायदा हुआ है और वृक्षारोपण के बारे में उन्हें जानकारी कहाँ से मिली है।जिसमे उनका कहना है की इन्हे वृक्षारोपण के बारे में जानकारी पहले से थोड़ी थी लेकिन ज्यादा जानकारी महिला हाउसिंग ट्रस्ट से मिली है।वही इनका कहना है की पेड़ लगाने से उन्हें बहुत फायदा हुआ है जिसमे उन्होंने दस अलग-अलग पेड़ लगा चुके है जिससे उन्हें फल और लकड़ी दोनों मिलती है साथ ही छाया भी मिलती है।वही इनके पेड़ को देखकर लोगो को अच्छा लगता है और ये सभी को पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित भी करती है।वही सी.ए.जी.महिला सुनीता बेन जो राहुलनगर की है उनका कहना है कि सामूहिक कृषि के बारे में जानकारी महिला हाउसिंग ट्रस्ट से जुड़ने के बाद मिली है. वृक्षारोपण करने से उन्हें ताज़ी सब्जी मिलती है साथ ही पैसे की बचत भी होती है और गर्मियों के दिनों में भी काफी राहत मिलती है।घर में जगह नहीं होने के कारण सभी महिलाये मिलकर सामूहिक कृषि करती है और सभी महिलाएं मिलकर इसकी देखभाल भी करती है
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मुन्ति कुमारी जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बदलते मौसम से बचने के लिए ये बता रही है कि सभी को अधिक-से-अधिक मात्रा में पेड़-पौधे लगाने चाहिए और पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए।सभी को ये निर्णय लेना चाहिए की अभी से सभी पेड़-पौधे लगाए।और दुसरो को भी पेड़-पौधे लगाने के लिए जागरूक करें। इससे हमारा प्रयवरण सुरक्षित रह सकता है।