आज अपने पिता सह लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राम विलास पासवान जी के तृतीय पुण्य तिथी पर खगड़िया के सहरबन्नी में प्रीतिभोज का किया आयोजन एवम दी श्रद्धांजलि।

पूर्व विधायक अनंत सत्यार्थी का शव पोखरिया गांव पहुंचते ही गमगीन हुआ माहौल,अंतिम दर्शन को उमड़ पड़े लोग,पैतृक गांव में ही होगा अंतिम संस्कार

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गांधी जी की जयंती डीएम अविनाश कुमार ने कहा गांधी जी ने जो सत्य और अहिंसा का संदेश दिया वह आज स्मरण करने का दिन है लाल बहादुर की शास्त्री की तो सादगी पूरे विश्व में प्रसिद्ध है उसने पुस्तकालय के सभी संचालक अनुरोध किया है गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री की जीवनी से संबंधित पुस्तक जरूर रखें

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धरहरा काली मंदिर के प्रांगण में बच्चों एवं ग्रामीणों के द्वारा महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती की बड़े ही धूमधाम से मनाई गई । मौके पर उपस्थित विद्या विहार के प्राचार्य राजेश कुमार ने बताया कि लालबहादुर शास्त्री, भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी ने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की। वहीं मौके पर उपस्थित बादल सिंह ने भारत के स्वतंत्रता सेनानी और बापू के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए अपना पूरा जीवन दे दिया। महात्मा गांधी ने चंपारण आंदोलन, खेड़ा आंदोलन, खिलाफत आंदोलन, नमक आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन किए। उन्होंने कहा कि गांधी जी के बारे में हमें जरूर जानना चाहिए, क्योंकि यह हमारे राष्ट्रपिता के तौर पर जाने जाते हैं। मौके पर उपस्थित कई बच्चे जैसे अनुष्का , अंजलि , किसन, अभिषेक , सनम , आंचल समृद्धि, युविका मौजूद थे।

धरहरा प्रखंड के विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी विद्यालयों में सोमवार को महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई । उ० उच्च मा० वि० ईटवा में प्रधानाध्यापक गुरूदेव कुमार ने शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर भारत के राष्ट्रपिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के तैलीय चित्रण पर माल्यार्पण कर श्रधासुमन अर्पित किया । मौके पर शिक्षिका अर्चना कुमारी,निर्मला,प्रीति,अनुराधा, राधिका पटेल,कुमारी नूतन, नवीन कुमार,रीना,रोजा सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।प्रधानाध्यापक ने गांधीजी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को बताया कि देश की आजादी में बापू का बड़ा योगदान है वह अहिंसावादी विचारधारा के इंसान थे। वहीं लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए कहा कि उनकी सादगी, राष्ट्र के प्रति समर्पण और 'जय जवान, जय किसान' का उनका उद्घोष नई पीढ़ियों को प्रेरणा देता है। उन्होंने चुनौती भरे वक्त में देश का नेतृत्व किया जो काबिले तारीफ है।वह सशक्त भारत के विचार को पूरा करने की दिशा में कार्य करते थे।

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