मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना- हृदय रोग से पीड़ित पांच बच्चों को विशेष जांच के लिए भेजा गया पटना - पटना के इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में 15 - 16 सितंबर को होगा मेगा कैंप - कैंप में अहमदाबाद के सत्य साई हृदय रोग अस्पताल के चिकित्सक जांच के बाद तय करेंगे कि किन बच्चों के हृदय में छेद का ऑपरेशन किया जाना है मुंगेर, 15 सितंबर। मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत गुरुवार को हृदय रोग से पीड़ित पांच बच्चों को विशेष जांच के लिए पटना स्थित इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान भेज दिया गया। यहां 15 - 16 सितंबर को हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की विशेष जांच के लिए मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है। मेगा कैंप में अहमदाबाद स्थित सत्य साई हृदय रोग अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक जांच कर यह तय करेंगे कि किन - किन बच्चों को हृदय रोग के ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद ले जाना है। इसके बाद सभी चयनित हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को उनके एक अभिभावक के साथ मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत सरकारी खर्चे पर निःशुल्क विमान से अहमदाबाद जाने और ऑपरेशन के बाद वापस लौटने की व्यवस्था की जाती है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) मुंगेर की नोडल अधिकारी डॉ बिंदू ने बताया कि मुंगेर स्थित डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर (डीईआईसी) के डिस्ट्रिक्ट इंटरवेनिस्ट निशांत कुमार के नेतृत्व में गुरुवार की अहले सुबह सदर अस्पताल परिसर से एंबुलेंस से हृदय रोग से पीड़ित पांच बच्चों को विशेष जांच के लिए इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान पटना भेज दिया गया । अहमदाबाद से आए हृदय रोग के विशेषज्ञ डॉक्टर ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद जाने वाले बच्चों को चयनित करेंगे। इसके बाद इन सभी बच्चों के अहमदाबाद भेजे जाने की सभी आवश्यक कार्रवाई पूरी कर ली जायेगी। उन्होंने बताया कि कैंप में विशेष जांच के लिए भेजे गए हृदय रोग से पीड़ित पांच बच्चे मुंगेर के पांच अलग - अलग प्रखंड से हैं । टेटिया बंबर प्रखंड के रहने वाले शंभू कुमार की बेटी सुहानी कुमारी, जमालपुर प्रखंड के बड़ी केशोपुर के रहने वाले समीर कुमार सागर के पुत्र रणवीर कुमार, संग्रामपुर मुंगेर के रहने वाले शशिकांत के पुत्र लक्ष्य कुमार को गुरुवार की अहले सुबह एंबुलेंस से पटना भेज दिया गया। इसी के साथ सदर प्रखंड मुंगेर के शंकरपुर गांव के रहने वाले संदीप कुमार के पुत्र इशू राय और जमालपुर प्रखंड के रहने वाले राम यादव और सोनी देवी की बेटी को भी एक साथ पटना भेजा गया । इन सभी बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी पटना गए हैं ।