बुधवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मुंगेर के शिव गुरु धाम में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी वही शिव गुरु धाम के संस्थापक अनुरागा आनंद महाराज ने बताया कि गुरु और शिष्य का वह संबंध होता है। जो चांद और सूरज का होता है। जैसे चांद के जिंदगी में सूरज के बिना अंधेरा होता है वैसे ही शिष्य के जिंदगी में गुरु के बिना अंधेरा होता है। जो गुरु शिष्य के जिंदगी में प्रकाश डालते हैं। वही सच्चे गुरु का लाते हैं। जोशी साधना प्राप्त कर ले वही सच्चे शिष्य कहलाते हैं। यही है गुरु और शिष्य का संबंध।