दफादार-चौकीदार पंचायत के संस्थापक पूर्व सांसद स्व. राम अवधेश सिंह के कारण ही तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह को मंडल कमीशन के अनुशंसा को लागू करना पड़ा इसलिए उन्हें "गॉड फादर ऑफ मंडल रिजर्वेशन" कहा जाता है। उपर्युक्त बातें दफादार-चौकीदार पंचायत के प्रमंडलीय अध्यक्ष संजय केशरी ने अपने आवासीय कार्यालय में स्व. राम अवधेश सिंह की 86वीं जयन्ती पर उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा। श्री केशरी ने कहा कि राम अवधेश बाबू ने ही लम्बी लड़ाई लड़कर चौकीदारों को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी का दर्जा दिलाया था। मुंगेर जिला अध्यक्ष चौकीदार रावण पासवान ने कहा कि राम अवधेश बाबू ने आडवाणी जी के रथयात्रा के जवाब में शंबूक रथयात्रा निकालकर दलितों-पिछड़ों की आवाज को मजबूत किया था। जिला सचिव चौकीदार मो० इंसान एवं प्रवक्ता चौकीदार अशोक पासवान ने कहा कि राम अवधेश बाबू जातीय आरक्षण के विरोधी लोकनायक जयप्रकाश नारायण से भी इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से भिड़ गए थे। इस मौके पर नरेश कुमार गुप्ता, उत्तम पासवान, चन्दन गुप्ता, अजय प्रसाद सिंह, बबलु गुप्ता एवं अभिषेक आनंद सहित अन्य उपस्थित थे।